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कुतूहल
’कुसुमाग्रज’ या टोपणनावाने श्री. विष्णू वामन शिरवाडकर (१९१२-१९९९) यांनी मराठीत लेखन केले.
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हेमंत गोविंद जोगळेकर - मुलाला असतं कुतूहल, बाबां...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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कुतूहल
Meanings: 28; in Dictionaries: 9
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curiosity
Meanings: 15; in Dictionaries: 6
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wonder
Meanings: 16; in Dictionaries: 6
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curio
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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curiosity arousal
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historic interest
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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उत्कंठा
Meanings: 7; in Dictionaries: 6
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कुतूहलिन्
Meanings: 9; in Dictionaries: 3
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निर्माण करणे
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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जिज्ञासा
Meanings: 17; in Dictionaries: 11
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कौतूहल
Meanings: 11; in Dictionaries: 5
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विठ्ठल चित्रकवि
' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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स्त्रीला नमस्कार हा !
भा.रा.तांबे यांच्या कविता अत्यंत हळुवार असून त्या मनाला भिडतात
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सुभद्राहरण
अण्णा जसे शास्त्रविद्येंत निपुण होते, तसेंच श्रौतस्मार्तज्ञकर्मविधींतही अपूर्व निष्णात होते.
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उचका
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
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आक्षिप्त
Meanings: 37; in Dictionaries: 9
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मानसागरी - अध्याय ३ - चन्द्रफल
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.
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अंजनीचा बाळ
लोककथा तत्कालीन सामाजात चालीरीती कशा असतात याचे वर्णन करतात. तसेच समाजाचे नीती नियम यांचा उहापोह करतात.
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नवल
Meanings: 13; in Dictionaries: 7
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अष्टावक्र गीता - अध्याय ३
अष्टावक्र गीता म्हणजे आयुष्यातील महत्वाचे जीवनसार होय. या गीतेत अद्वैत वेदांत असून, यात अष्टावक्र आणि मिथील नरेश जनक यांमधील संवाद आहे.
Ashtavakra gita is a perfect moral of life.
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कौतुक
Meanings: 35; in Dictionaries: 9
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खंड ३ - अध्याय १
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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श्रीनृसिंहपूर क्षेत्र माहात्म्य - अध्याय १
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते .
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खंड ६ - अध्याय १३
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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संकेत कोश - संख्या ३
हिंदू धर्मात असे अनेक संकेत आहेत ,जे आपल्या जीवनात मोलाचे कार्य बजावतात .
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खंड ६ - अध्याय ६
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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खंड २ - अध्याय ७
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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श्री. मयुरानंद धारामृत - अध्याय सातवा
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा
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खंड ५ - अध्याय ४५
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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interest
Meanings: 81; in Dictionaries: 15
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नववा स्कंध - अध्याय १
’ श्रीमद्भागवतमहापुराणम्’ ग्रंथात ज्ञान, वैराग्य व भक्ति यांनी युक्त निवृत्तीमार्ग प्रतिपादन केलेला आहे, अशा या श्रीमद्भागवताचे भक्तिने श्रवण, पठन आणि निदिध्यासन करणारा मनुष्य खात्रीने वैकुंठलोकाला प्राप्त होतो.
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खंड १ - अध्याय ३
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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खंड ६ - अध्याय ३८
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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खंड ६ - अध्याय ३०
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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सारस्वत चम्पू - सर्ग ६
सारस्वत चम्पू
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किसनगिरी महाराज - चरित्र
देवगडचे श्री किसनगिरी महाराज यांचा जन्म सन १९०७ साली झाला आणि त्यांनी १९८३ साली समाधी घेतली.
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय चौथा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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प्रेमचंद की कहानियाँ - एक आंच की कसर
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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श्रीवामनपुराण - अध्याय ९०
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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अध्याय तिसरा - संसार स्थितिवर्णन
भगवान सद्गुरु श्रीगोविंद अनंत ऊर्फ श्रीमामामहाराज केळकर यांचे चरित्र.
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समय मातृका - अष्टमः समयः
क्षेमेंद्र के ग्रंथ समयमातृका का रचनाकाल १०५० ई है। यह एक हास्य प्रहसन का अत्युत्तम ग्रंथ है ।
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श्री गजानन विजय - अध्याय २
भक्तांना व जनतेस श्री गजानन महाराजांच्या सहवासानें, मनःशांति मिळे व ईश्वरी लीला कळून येऊन उत्तम सदुपदेशाचा लाभ होई.
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पुनर्मुद्रणाची पूर्वपीठिका
श्रीपतिनाथ विरचित श्रीसिद्धचरित्र ग्रंथ शके १८०५ (इ.स.१८८३) मध्ये लिहीला.
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प्रेमचंद की कहानियाँ - झाँकी
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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प्रेमचंद की कहानियाँ - समस्या
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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संकेत कोश - संख्या १८
हिंदू धर्मात असे अनेक संकेत आहेत ,जे आपल्या जीवनात मोलाचे कार्य बजावतात .
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श्री गजानन विजय - अध्याय ९
भक्तांना व जनतेस श्री गजानन महाराजांच्या सहवासानें, मनःशांति मिळे व ईश्वरी लीला कळून येऊन उत्तम सदुपदेशाचा लाभ होई.
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श्री शिवा बावनी
महाकवि भूषण कृत श्री शिवा बावनी
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